भारत -माता पूजन
विधि –
*उचित आसन पर भारत माता का चित्र विराजित करें
* चित्र पर माला लगायें तथा सामने दीप प्रज्वलित करें तथा अगरबत्ती / धूप जलायें ।
* आरती की थाली सजायें, कपूर रखें।
* पुष्पार्चन हेतु एक थाली में पुष्प की पंखुडियाँ तोड़ कर रख लें।
* एक पात्र में वितरण के लिए प्रसाद रख लें।
* सामूहिक भारत माता की आरती बोलें।
* अधो लिखित मंत्र बोलने के उपरान्त सभी क्रमशः पुष्पांजलि भेंट करें-
समुद्रवसने देवी पर्वतस्तनमण्डले।
विष्णुपत्नी नमस्तुभ्यं पादस्पर्श क्षमस्व मे ॥
रत्नाकराधौतपदां हिमालयकिरीटिनीम्।
ब्रह्मराजर्षिरत्नाढ्यां वन्देभारतमातरम् ॥
श्रद्धया सिक्तयाभक्त्या, हार्दप्रेम्णा समर्पितः।
मंत्रपुष्पांजलिश्चायम्, कृपया प्रतिगृह्यताम् ॥
वन्दे भारत मातरम्। मंत्र पुष्पांजलिम् समर्पयामि।।
* इस मंत्र के साथ सभी भारत माता को षाष्टांग प्रणाम करें-
या देवी सर्वभूतेषु मातृ रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ॥
वन्दे भारत मातरम्। नमस्कारन् समर्पयामि ।।
*. अन्त में प्रसाद वितरण के साथ विसर्जन हो।
आरती
जय जय भारत माता, ओम् जय भारत माता।
पंच तत्व से तेरे, जग जीवन पाता।
ओम् जय भारत माता ।।
शीश हिमालय शोभित, सागर पग धोता, मैया सागर पग धोता।
अटक-कटक हैं बाजू, अटक-कटक हैं बाजू, रूप अनूप भाता ।।
ओम् जय भारत माता ।।१।।
सिंह-वाहिनी वरदा, जग-जननी सुखदा, मैया जग-जननी सुखदा।
अन्न-जल-वायु तेरा, अन्न-जल-वायु तेरा, अमृत सम पाता।।
ओम् जय भारत माता ।।२।।
ऋषि-मुनियों की धरणी, वीरों की जननी, मैया वीरों की जननी।
विश्व गुरु पद राजे, विश्व गुरु पद राजे, तेरा यश गाता।।
ओम् जय भारत माता ।।३।।
संतानें हम तेरी, तू धरती माता, मैया तू धरती माता।
भक्ति-भाव से तेरी, भक्ति-भाव से तेरी, गाथा नित गाता ।।
ओम् जय भारत माता ।।४।।
भारत माँ की आरती, जो कोई गाता, मैया जो कोई गाता।
राष्ट्र-भक्त बन जाता, देश-भक्त बन जाता, जग में यश पाता।।
ओम् जय भारत माता ।।५।।
भारत माता की जय ।।
